भगवान कृष्ण जी विष्णु के आठवें अवतार हैं। जब देवकी और वासुदेव की शादी हुई तो भगवान एक आकाशवाणी हुई जिसमें ये बोला गया जब देवकी जी 8 संतान होंगी तो कंस की मृत्यु हो जाएगी। ये सुनते हीकंस ने देवकी और वासुदेव को कारावास की सजा दी। मृत्यु के भय से कंस ने देवकी की 6 संतान को मार दिया 7वी संतान बलराम थे। 8वी संतान कृष्ण जी जिनका जन्म रात के समय हुआ था। जब भगवान कृष्ण जी जन्म हुआ तब कारावास के दरवाजे आपने आप खुल गए तब वासुदेव जी कृष्ण जी को लेके बाबा नंद और माता यशोदा के यहाँ छोड़ आए जो गोकुल में रहते थे। भगवान कृष्ण के जन्म पर जन्माष्टमी मनाया जाता है। इस दिन मंदिर बहुत अच्छे से सजाया जाता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं. पूजा अर्चना होती है रात के समय भगवान कृष्ण जी का जन्म करवाया जाता है इस्नान और नए पोशाक पहनाया जाता हैं। इस दिन कुछ लोग दही हांडी कार्यक्रम का आयोजन करते हैं।भगवान कृष्ण को माखन बहुत पसंद था, इसलिए इसे एक महत्वपूर्ण व्यंजन माना जाता है। छोटे गोपाल को खुश करने के लिए, भक्त दूध, सूखे मेवे, चीनी, और खोये से बनी मिठाइयाँ चढ़ाते हैं ।
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