राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे डॉक्टरों के समाज में योगदान की प्रशंसा करता है और उनके समर्पण और कठिन परिश्रम को मानता है जो समुदायों को स्वस्थ रखने में लगे हैं। यह दिन भारतीय चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती को समर्पित है। यह दिन डॉक्टरों के निःस्वार्थ सेवाओं और उनके चिकित्सा निष्ठा को सराहने का एक अवसर प्रदान करता है।
National Doctor day तिथि और इतिहास
तिथि:
हर साल 1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है।
थीम:
2024 के राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस की थीम “Celebrating Resilience and Healing” है, जो डॉक्टरों की स्थिरता और समाज में उनकी हीलिंग भूमिका को सराहना करता है।
इतिहास:
भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पहली बार 1991 में मनाया गया था। यह दिन डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के सम्मान में मनाया जाता है। डॉ. रॉय एक प्रसिद्ध चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी, और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे। उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
महत्व:
राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस डॉक्टरों के योगदान और उनके समर्पण को सम्मानित करने का दिन है। यह दिन हमें उन चिकित्सकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है जिन्होंने अपनी सेवा और समर्पण से हमारे समाज को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही, यह दिवस हमें चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों की चुनौतियों और उनकी मेहनत को पहचानने का भी मौका देता है।
सारांश:
राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस हमें डॉक्टरों के अद्वितीय योगदान को मान्यता देने और उनके प्रयासों की सराहना करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। यह दिवस हमें उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और चिकित्सा क्षेत्र में उनकी भूमिका की महत्ता को समझने की प्रेरणा देता है।