आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामाराजू जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में एक विवादास्पद घटना सामने आई है। स्कूल की शिक्षिका साई प्रसन्ना, जो छात्रों की सुरक्षा और कल्याण की जिम्मेदारी भी निभाती हैं, ने सुबह की सभा के लिए देर से पहुंचे छात्रों के बाल काट दिए।
क्या हुआ था?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना पानी की कमी के कारण छात्रों के देर से पहुंचने पर हुई। शिक्षिका ने कथित तौर पर 18 छात्राओं के बाल काटे और चार छात्राओं के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं, इन छात्राओं को सजा के तौर पर धूप में खड़ा भी किया गया।
सजा पर सवाल
छात्राओं से कथित रूप से यह भी कहा गया कि वे इस घटना के बारे में किसी से बात न करें। मामला तब सामने आया जब छात्राओं ने अपने माता-पिता से शिकायत की।
शिक्षिका का बचाव
साई प्रसन्ना ने अपने कार्यों का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने यह कदम छात्रों में अनुशासन पैदा करने के लिए उठाया। हालांकि, इस घटना ने अभिभावकों और स्थानीय लोगों में नाराजगी पैदा कर दी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्कूल प्रशासन ने इस मामले पर शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा है। घटना को लेकर जांच शुरू कर दी गई है, और सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई छात्रों के लिए सही है।