प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के राजगीर में नए नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य 2047 तक भारत को एक वैश्विक ज्ञान केंद्र के रूप में पुनः स्थापित करना है। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर और 17 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “नए नालंदा विश्वविद्यालय का उदय यह सिद्ध करता है कि आग किताबों को जला सकती है, लेकिन ज्ञान को नष्ट नहीं कर सकती।” इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर और 17 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को साझा किया।
मोदी ने कहा, “नालंदा का पुनर्जागरण यह दर्शाता है कि हमारी ज्ञान की धरोहर सदियों के बाद भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।” उन्होंने इसे भारत के उज्ज्वल भविष्य और ज्ञान की अग्निशिखा के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया।